स्मार्टफोन इंडस्ट्री में चिपसेट का रोल किसी भी डिवाइस की परफॉर्मेंस तय करता है। अब Xiaomi भी इस रेस में खुद को और मजबूत बनाने की तैयारी कर रहा है। कंपनी reportedly अपने अगले सेकंड-जनरेशन सेल्फ-डेवलप्ड SoC को लॉन्च करने जा रही है, जिसका नाम होगा Xring O2। टिप्स्टर Fixed Focus Digital के मुताबिक, यह चिप 2026 की दूसरी या तीसरी तिमाही में यानी सितंबर के आसपास डेब्यू कर सकता है।
Xring O1 से Xring O2 तक का सफर
Xiaomi ने अपने पहले इन-हाउस प्रोसेसर Xring O1 के साथ सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री में एंट्री की थी। उस वक्त कई लोगों का मानना था कि यह बस Arm का कस्टम डिज़ाइन है, लेकिन कंपनी ने साफ किया कि CPU और GPU IP भले ही Arm से लिए गए हों, लेकिन आर्किटेक्चर डिज़ाइन, मेमोरी सबसिस्टम और बैकएंड फिजिकल इम्प्लीमेंटेशन पूरी तरह Xiaomi ने खुद किया था। इस पर लगभग चार साल तक काम चला और आखिरकार Xring O1 को 3nm प्रोसेस पर तैयार किया गया।
Xring O1 की पहली झलक Xiaomi 15s Pro में देखने को मिली थी। इसमें CPU परफॉर्मेंस शानदार रहा, गेमिंग स्मूद थी और थर्मल मैनेजमेंट भी अच्छा था। यहां तक कि कई Wi-Fi बेस्ड टेस्ट्स में इसने Qualcomm Snapdragon 8 Elite को भी पछाड़ दिया था। हालांकि, इसमें एक कमी रही—क्योंकि इसमें एक्सटर्नल 5G मॉडेम का इस्तेमाल हुआ, बैटरी लाइफ सेलुलर नेटवर्क पर थोड़ी कमजोर साबित हुई। कैमरे के लिए इस्तेमाल किए गए ISP ने लो-लाइट फोटोग्राफी को बेहतर किया, लेकिन इसमें और सुधार की गुंजाइश थी। NPU में भी दम था, मगर सीमित सॉफ्टवेयर सपोर्ट की वजह से इसकी पूरी क्षमता सामने नहीं आ पाई।
क्या खास होगा Xring O2 में?
नए Xring O2 को लेकर कहा जा रहा है कि इसमें Arm की लेटेस्ट पब्लिक CPU आर्किटेक्चर का इस्तेमाल होगा। इससे परफॉर्मेंस में कम से कम 15% IPC (Instructions Per Cycle) का सुधार देखने को मिलेगा। इसके अलावा इसमें Cortex-X9 Ultra-Large Cores भी हो सकते हैं, जो MediaTek के आने वाले Dimensity 9500 जैसे फ्लैगशिप SoCs में भी नज़र आने वाले हैं।
यह चिप TSMC के 3nm N3E प्रोसेस पर बनने की संभावना है। लेकिन एक्सपर्ट्स मानते हैं कि 2nm जैसे एडवांस्ड नोड्स तक Xiaomi की पहुंच फिलहाल एक्सपोर्ट रेस्ट्रिक्शन्स की वजह से मुश्किल हो सकती है।
मल्टीपल प्रोडक्ट्स में इस्तेमाल की तैयारी
सबसे दिलचस्प बात यह है कि Xiaomi केवल स्मार्टफोन्स तक सीमित नहीं रहना चाहता। इंडस्ट्री रिपोर्ट्स और Digital Chat Station के अनुसार, कंपनी इस चिप को स्मार्टफोन्स, टैबलेट्स, वियरेबल्स और यहां तक कि EVs (इलेक्ट्रिक व्हीकल्स) में भी लाने की प्लानिंग कर रही है। इसका मतलब है कि Xiaomi सिर्फ एक मोबाइल ब्रांड नहीं, बल्कि एक कंप्लीट टेक इकोसिस्टम की दिशा में बढ़ रहा है। साथ ही, कंपनी अपने खुद के इन-हाउस 5G मॉडेम पर भी काम कर रही है, जिससे बैटरी एफिशिएंसी और नेटवर्क परफॉर्मेंस दोनों बेहतर हो सकें।
लॉन्च टाइमलाइन और संभावनाएँ
अगर सब कुछ प्लान के मुताबिक चला तो Xring O2 का डेब्यू 2026 की दूसरी छमाही में होगा, शायद Xiaomi के अगले फ्लैगशिप डिवाइसेज़ के साथ। इसके बाद धीरे-धीरे इसे कंपनी के दूसरे प्रोडक्ट्स में भी इंटिग्रेट किया जाएगा। इससे साफ है कि Xiaomi सिर्फ Qualcomm और MediaTek जैसे बड़े खिलाड़ियों से मुकाबला नहीं करना चाहता, बल्कि अपना अलग स्पेस बनाकर सेमीकंडक्टर इंडिपेंडेंस की ओर कदम बढ़ा रहा है।
Overall
Xiaomi का Xring O2 कंपनी के लिए सिर्फ एक नया चिप नहीं होगा, बल्कि यह उसके लंबे सफर की अगली बड़ी छलांग साबित हो सकता है। अगर यह चिप अपनी परफॉर्मेंस, एफिशिएंसी और मल्टी-प्रोडक्ट एडॉप्शन में सफल होता है, तो आने वाले समय में Xiaomi सिर्फ स्मार्टफोन मैन्युफैक्चरर नहीं, बल्कि एक फुल-स्केल टेक जायंट के रूप में उभर सकता है।
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