विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को बोल दिया अलविदा 

विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को बोल दिया अलविदा, 36 वर्ष के, भारतीय क्रिकेट टीम के एक सुपरस्टार बल्लेबाज हैं, जिन्होंने 2011 में टेस्ट क्रिकेट में डेब्यू किया था। उन्होंने अब तक 123 टेस्ट मैच खेले हैं, जिसमें 9,230 रन बनाए हैं, और उनका औसत 46.85 रहा है। इनमें से 68 मैचों में उन्होंने कप्तानी की, और उनके नेतृत्व में भारत ने कई यादगार जीत हासिल की। हाल के समय में, हालांकि, उनका प्रदर्शन कुछ कमजोर रहा है। नवंबर 2024 में पर्थ टेस्ट में 100 नॉट आउट उनकी आखिरी शतकीय पारी थी, और पिछले 24 महीनों में उनका औसत 32.56 रहा है। इससे पहले, उनका सर्वश्रेष्ठ औसत 55.10 था, जो 2019 में दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ 254 नॉट आउट के बाद था।

विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को बोल दिया
विराट कोहली ने टेस्ट क्रिकेट को बोल दिया

कोहली टेस्ट क्रिकेट में 10,000 रन के मील के पत्थर से सिर्फ 770 रन दूर हैं, जो एक ऐसी उपलब्धि है जिसे बीसीसीआई और फैंस दोनों ही देखना चाहते हैं। इसके अलावा, इंग्लैंड में उनका रिकॉर्ड कुछ खास नहीं रहा है, जहां उन्होंने 17 टेस्ट में 1,096 रन बनाए हैं, औसत 33.21 के साथ, जिसमें दो शतक और पांच अर्धशतक शामिल हैं।

कोहली का संन्यास का फैसला हाल के समाचारों के अनुसार

कोहली ने बीसीसीआई को बताया है कि वे टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेना चाहते हैं, और यह फैसला अप्रैल 2025 में मुख्य चयनकर्ता अजित अगरकर को भी बताया गया था। यह निर्णय 2025-2027 विश्व टेस्ट चैंपियनशिप चक्र की शुरुआत से पहले लिया गया है, और विशेष रूप से इंग्लैंड दौरे से पहले आया है, जो 20 जून, 2025 से शुरू होगा। कुछ रिपोर्ट्स के अनुसार, कोहली इस फैसले पर पिछले कुछ महीनों से विचार कर रहे थे, खासकर दिसंबर 2024 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के दौरान, जब उनका प्रदर्शन कुछ खास नहीं रहा था।

इस फैसले के पीछे के कारणों को पूरी तरह से स्पष्ट नहीं किया गया है, लेकिन यह माना जा रहा है कि उनकी हाल की फॉर्म और शारीरिक थकान जैसे कारक शामिल हो सकते हैं। इसके अलावा, रोहित शर्मा के हाल ही में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लेने के बाद, कोहली का यह कदम टीम के लिए एक बड़ा झटका हो सकता है।

बीसीसीआई ने की मनाने की कोशिशें

कोहली के संन्यास के फैसले को बदलने के लिए सक्रिय रूप से काम कर रही है। एक वरिष्ठ बीसीसीआई अधिकारी ने कोहली से इस पर फिर से विचार करने की अपील की है, और एक प्रभावशाली व्यक्ति को उनके साथ बातचीत के लिए भेजने की योजना बनाई गई है। यह बैठक 23 मई, 2025 को होने वाली टेस्ट टीम चयन बैठक से पहले होगी। बीसीसीआई का मानना है कि कोहली का अनुभव, खासकर इंग्लैंड जैसे कठिन दौरे पर, युवा टीम के लिए महत्वपूर्ण होगा, जहां शायद शुभमन गिल नई कप्तानी संभालेंगे।

बीसीसीआई ने पहले भी खिलाड़ियों को मनाने में सफलता पाई है, जैसे कि रोहित शर्मा को टेस्ट कप्तानी छोड़ने के लिए राजी करना। हालांकि, इस बार यह कोशिश कोहली को खेलते रहने के लिए है, जो एक अलग चुनौती है। बीसीसीआई कोहली के 10,000 रन के मील के पत्थर और उनकी नेतृत्व क्षमता को देखते हुए आशावादी है कि वे उन्हें मनाने में सफल हो सकते हैं।

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वर्तमान स्थिति और भविष्य की संभावनाएं 10 मई, 2025 तक की रिपोर्ट्स के अनुसार, कोहली अभी भी संन्यास लेने के अपने फैसले पर अड़े हुए हैं, और बीसीसीआई की कोशिशें अभी तक फलदायक नहीं हुई हैं। हालांकि, 23 मई, 2025 को टीम चयन बैठक से पहले बातचीत जारी रहेगी, और यह देखना दिलचस्प होगा कि क्या कोहली अपना मन बदलते हैं। बीसीसीआई ने एक मीडिया कॉन्फ्रेंस भी प्लान की है, जिसमें नई टेस्ट कप्तान की घोषणा की जाएगी, जो यह दर्शाता है कि वे टीम में नेतृत्व परिवर्तन के लिए तैयार हैं।

इंग्लैंड दौरे के लिए इंडिया ए टीम का चयन भी अगले कुछ दिनों में होगा, जो इस संदर्भ में एक और महत्वपूर्ण विकास है। कोहली की मौजूदगी टीम के लिए रणनीतिक रूप से महत्वपूर्ण मानी जा रही है, खासकर जब वे एक युवा कप्तान के नेतृत्व में खेल रहे हों।

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तालिका

कोहली के टेस्ट करियर के मुख्य आंकड़े नीचे दी गई तालिका में कोहली के टेस्ट करियर के कुछ महत्वपूर्ण आंकड़े दिए गए हैं, जो उनकी उपलब्धियों और हाल के प्रदर्शन को दर्शाते हैं

श्रेणी आंकड़ा टेस्ट मैच खेले 123 रन स्कोर 9,230 औसत (कुल) 46.85 शतक 30 अर्धशतक 32 कप्तानी में मैच 68 इंग्लैंड में टेस्ट 17 इंग्लैंड में रन 1,096 इंग्लैंड में औसत 33.21 10,000 रन से दूरी 770 रन

Virat kohli | वीराट कोहली का जीवनी

Virat kohli : क्रिकेट की दुनिया में अगर कोई नाम सबसे ऊपर चमकता है, तो वो है वीराट कोहली। एक ऐसा खिलाड़ी, जिसने अपनी बल्लेबाजी से रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा दी और अपने जुनून से करोड़ों दिल जीत लिए। लेकिन वीराट सिर्फ एक क्रिकेटर नहीं हैं वो एक मिसाल हैं, मेहनत की, लगन की, और कभी हार न मानने की। आज हम उनकी जिंदगी, करियर, और कुछ अनसुने पहलुओं पर नजर डालेंगे, जो उन्हें बाकियों से अलग बनाते हैं।

शुरुआत दिल्ली का लड़का, बड़े सपने

18 नवंबर 1988 को दिल्ली में जन्मे वीराट कोहली की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं। उनके पिता प्रेम कोहली एक वकील थे और माँ सरोज कोहली हाउसवाइफ। बचपन से ही वीराट को क्रिकेट का कीड़ा काट गया था। 9 साल की उम्र में उन्होंने वेस्ट दिल्ली क्रिकेट अकादमी जॉइन की, और वहाँ से उनकी जिंदगी का रुख बदल गया। कोच राजकुमार शर्मा ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और तराशा। लेकिन जिंदगी ने उनकी परीक्षा भी ली—2006 में जब वो दिल्ली के लिए रणजी खेल रहे थे, तब उनके पिता का निधन हो गया। फिर भी, वीराट ने हिम्मत नहीं हारी और अगले दिन मैदान पर उतरकर 90 रन की पारी खेली। ये वो पल था, जब सबको पता चल गया कि ये लड़का कुछ बड़ा करने वाला है।

अंडर-19 से टीम इंडिया तक

2008 में वीराट ने इंडिया की अंडर-19 टीम को वर्ल्ड कप जिताया, और यहीं से उनका नाम गूंजने लगा। उसी साल उन्हें श्रीलंका के खिलाफ वनडे डेब्यू का मौका मिला। पहली पारी में 12 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन जल्द ही उन्होंने अपनी चमक दिखाई। 2011 में वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा बने, और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। टेस्ट डेब्यू 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ हुआ, और धीरे-धीरे वो हर फॉर्मेट में छा गए।

रिकॉर्ड्स का शहंशाह

वीराट कोहली का बल्ला जब चलता है, तो गेंदबाजों की नींद उड़ जाती है। उनके नाम ढेर सारे रिकॉर्ड्स हैं, जिनमें से कुछ तो हैरान करने वाले हैं:
* सबसे तेज 10,000 वनडे रन*: सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ते हुए वीराट ने ये कारनामा सिर्फ 205 पारियों में किया।
* 71 इंटरनेशनल सेंचुरी*: नवंबर 2022 तक उनके नाम इतनी सेंचुरी थीं, और अभी उनकी पारी खत्म नहीं हुई।
* वनडे में सबसे ज्यादा सेंचुरी*: 50 सेंचुरी के साथ वो इस मामले में नंबर वन हैं।

उनका चेज करना तो ऐसा है जैसे कोई बच्चा अपने पसंदीदा खेल में मस्त हो जाए। 350 से ज्यादा रन के टारगेट को भी वो आसानी से हासिल कर लेते हैं, इसलिए उन्हें “चेज मास्टर” कहा जाता है।

कप्तानी और स्टाइल

2013 में वीराट को वनडे टीम की कमान मिली, और 2017 में वो टेस्ट कप्तान बने। उनकी कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती—ऐसा पहली बार हुआ था। उनका अग्रेसिव अंदाज मैदान पर साफ दिखता है। वो हार मानने वालों में से नहीं हैं—चाहे गेंदबाज हों या मुश्किल हालात, वीराट लड़ते हैं। लेकिन मैदान के बाहर वो एकदम अलग हैं—फिटनेस फ्रीक, फैमिली मैन, और थोड़े शरारती भी।

Virat kohli के पर्सनल लाइफ में अनुष्का और वामिका और अकाय 

2017 में वीराट ने बॉलीवुड स्टार अनुष्का शर्मा से शादी की, और ये जोड़ी “विरुष्का” के नाम से मशहूर हो गई। 2021 में उनकी बेटी वामिका का जन्म हुआ। वीराट अक्सर कहते हैं कि अनुष्का ने उन्हें जिंदगी का नया नजरिया दिया। हार के बाद भी वो उन्हें संभालती हैं, और जीत में साथ खड़ी रहती हैं।

फिटनेस का जुनून

वीराट को देखकर लगता है कि वो क्रिकेटर कम, फिटनेस गुरु ज्यादा हैं। चीज़बर्गर और देसी खाने का शौक रखने वाला ये लड़का 2012 के बाद फिटनेस का दीवाना बन गया। जिम, डाइट, और डिसिप्लिन—उन्होंने सब कुछ बदल दिया। आज उनकी फिटनेस युवाओं के लिए मिसाल है।

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एक इंसान के तौर पर वीराट

वीराट सिर्फ रन बनाने की मशीन नहीं हैं। वो अपनी वीराट कोहली फाउंडेशन के जरिए बच्चों की मदद करते हैं। मैदान पर भले ही वो गुस्सैल दिखें, लेकिन असल जिंदगी में वो दोस्तों और फैन्स से बड़े प्यार से मिलते हैं। उनकी सादगी और मेहनत उन्हें खास बनाती है।

तो ये था वीराट कोहली का सफर दिल्ली के लड़के से लेकर क्रिकेट के किंग तक। उनकी कहानी हमें सिखाती है कि सपने बड़े हों तो मेहनत भी बड़ी करनी पड़ती है। आपको वीराट की कौन सी बात सबसे ज्यादा पसंद है? कमेंट में बताइए, और अगर आपको ये ब्लॉग अच्छा लगा, तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें