न्यूज़ीलैंड के दिग्गज गेंदबाज टिम साउदी, जो हाल ही में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट से संन्यास ले चुके हैं, उनको पूरा भरोसा है कि उनकी टीम Champion Trophy 2025 में शानदार प्रदर्शन करेगी।

साउदी इस बार टूर्नामेंट में खेलते नहीं दिखेंगे, बल्कि दर्शक के रूप में अपनी टीम को सपोर्ट करते दिखेंगे। 2024 के अंत में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अलविदा कहने के बावजूद, वह अभी भी अपनी टीम की के साथ उत्साह बनाए हुए हैं और उन्हें भरोसा है कि मिचेल सैंटनर की अगुवाई में न्यूज़ीलैंड बेहतरीन खेल दिखाएगा, और ट्राफी अपने नाम करेगा।
ट्राई सीरीज़ से बढ़ा आत्मविश्वास
साउदी ने हाल ही में पाकिस्तान में हुई ट्राई-नेशन सीरीज़ में न्यूज़ीलैंड की जीत को टीम के लिए फायदेमंद बताया।
उन्होंने कहा, “टीम ने जिस तरह से खेला, अलग-अलग खिलाड़ियों ने जब ज़रूरत पड़ी तब जिम्मेदारी उठाई। यह अनुभव चैंपियंस ट्रॉफी में बहुत काम आएगा। टूर्नामेंट से पहले जीत की लय में रहना और उन परिस्थितियों में खेल चुके होने का फायदा मिलेगा।” सोर्स ICC
अनुभवी गेंदबाजों की कमी, लेकिन नए खिलाड़ियों पर भरोसा
न्यूज़ीलैंड की तेज़ गेंदबाजी में इस बार अनुभव नहीं दिख रहा है, क्योंकि खुद साउदी और ट्रेंट बोल्ट टीम का हिस्सा नहीं हैं। इसके बावजूद, साउदी को यंग पेसर्स विल ओ’रूर्के और नाथन स्मिथ पर पूरा भरोसा है।
उन्होंने कहा, “ट्रेंट और मेरे बिना यह टीम थोड़ी अलग होगी, लेकिन यही तो मौकों का खेल है। मैं देखना चाहता हूं कि ये युवा गेंदबाज कैसा प्रदर्शन करते हैं। विल ओ’रूर्के टेस्ट क्रिकेट में अपनी काबिलियत दिखा चुके हैं और उनके पास इंटरनेशनल क्रिकेट में सफल होने की सभी खूबियां हैं। नाथन स्मिथ में आत्मविश्वास झलकता है और इस स्तर पर यही सबसे ज़रूरी चीज़ होती है।” सोर्स ICC
केन विलियमसन और मिचेल सैंटनर होंगे अहम खिलाड़ी
साउदी को भरोसा है कि केन विलियमसन और कप्तान मिचेल सैंटनर टीम की अगुवाई करेंगे।
उन्होंने कहा, “केन शानदार फॉर्म में हैं। उन्होंने पिछले कुछ सालों में ज़्यादा वनडे क्रिकेट नहीं खेला, लेकिन वापसी के बाद उन्होंने दो शानदार पारियां खेली हैं। जब वह मैदान पर होते हैं, तो उनका अनुभव झलकता है और वह पूरे खेल को नियंत्रित करते हैं।”
“मिचेल सैंटनर ने कप्तानी में शानदार काम किया है। वह बहुत शांत रहते हैं और उनकी सोच बहुत स्पष्ट होती है। वह गेंदबाज़ी में तो बेहतरीन हैं ही, साथ ही जब भी ज़रूरत होती है, बल्ले से भी योगदान देते हैं।” सोर्स ICC
क्या दोहरा पाएंगे 2000 का इतिहास
साउदी को उम्मीद है कि न्यूज़ीलैंड इस बार चैंपियंस ट्रॉफी जीतकर 2000 के इतिहास को दोहराएगा।
उन्होंने कहा कि “अगर न्यूज़ीलैंड के पिछले रिकॉर्ड को देखें, तो वे हमेशा आईसीसी टूर्नामेंट में मजबूत दावेदारी पेश करते हैं। इस टूर्नामेंट में अगर टीम लय में आ जाए, तो कुछ भी हो सकता है। मुझे उम्मीद है कि ब्लैककैप्स इस बार फाइनल तक पहुंचेंगे और ट्रॉफी उठाएंगे।”
न्यूज़ीलैंड की बैटिंग लाइनअप
न्यूज़ीलैंड की बल्लेबाज़ी इस टूर्नामेंट में उनकी सबसे बड़ी ताकत हो सकती है। केन विलियमसन के अलावा, डेवोन कॉनवे, डेरिल मिचेल, ग्लेन फिलिप्स और विल यंग जैसे खिलाड़ी बड़े शॉट खेलने की क्षमता रखते हैं।
डेवोन कॉनवे अपनी तकनीक और स्थिरता के लिए जाने जाते हैं, जबकि डेरी मिचेल और फिलिप्स जैसे बल्लेबाज किसी भी समय आक्रामक रुख अपना सकते हैं। मिचेल सैंटनर फिनिशर की भूमिका में शानदार योगदान दे सकते हैं।
अगर न्यूज़ीलैंड की टॉप ऑर्डर और मिडिल ऑर्डर लय में रहा, तो वह किसी भी लक्ष्य का पीछा कर सकते है या फिर बड़ा स्कोर खड़ा कर सकते है।
पाकिस्तान में न्यूज़ीलैंड का प्रदर्शन कैसा होगा
चैंपियंस ट्रॉफी 2025 का आयोजन पाकिस्तान में हो रहा है, जो न्यूज़ीलैंड के लिए एक नई चुनौती होगी। पाकिस्तानी पिचें आमतौर पर स्पिनर्स और तेज़ गेंदबाज़ों, दोनों के लिए मददगार होती हैं।
टिम साउदी ने इस पर अपनी राय रखते हुए कहा कि, “ट्राई-नेशन सीरीज़ का अनुभव न्यूज़ीलैंड को पाकिस्तान की परिस्थितियों में खेलने के लिए तैयार करेगा। वहां की पिचें तेज़ गेंदबाज़ों और स्पिनर्स, दोनों के लिए मददगार हो सकती हैं।”
अगर न्यूज़ीलैंड के बल्लेबाज इन परिस्थितियों में जल्दी ढल गए, तो वे टूर्नामेंट में बेहतर प्रदर्शन कर सकते हैं।
न्यूज़ीलैंड की कप्तानी और रणनीति
मिचेल सैंटनर पहली बार आईसीसी के किसी बड़े टूर्नामेंट में कप्तानी कर रहे हैं। टिम साउदी को भरोसा है कि उनकी शांत सोच और तीनों विभागों (बैटिंग, बॉलिंग, फील्डिंग) में योगदान देने की क्षमता टीम के लिए फायदेमंद होगी।
सैंटनर की कप्तानी में टीम किस तरह खेलती है, यह टूर्नामेंट में उनके प्रदर्शन का एक अहम पहलू होगा। न्यूज़ीलैंड आमतौर पर एक शांत और रणनीतिक क्रिकेट खेलता है, जहाँ वे पहले अपनी बॉलिंग से विपक्षी टीम पर दबाव डालने की कोशिश करते हैं।
आईसीसी टूर्नामेंट्स में ट्रैक रिकॉर्ड
आईसीसी इवेंट्स में न्यूज़ीलैंड हमेशा ‘अंडरडॉग’ से लेकर फाइनलिस्ट तक का सफर तय करता है।
2015 वनडे वर्ल्ड कप – फाइनल तक पहुँचे, लेकिन ऑस्ट्रेलिया से हार गए।
2019 वनडे वर्ल्ड कप – सुपर ओवर के रोमांचक मुकाबले में इंग्लैंड से फाइनल हारे।
2021 टेस्ट चैंपियनशिप – भारत को हराकर पहली बार चैंपियन बने।
2023 वनडे वर्ल्ड कप – सेमीफाइनल तक पहुँचे, लेकिन भारत से हार गए।
हर बार न्यूज़ीलैंड की टीम शानदार टीम वर्क और अनुशासन के दम पर आगे बढ़ती है। इस बार भी उनके पास इतिहास रचने का मौका है।