illegal Betting apps Banned in india: भारत में ऑनलाइन गेमिंग और बेटिंग का ट्रेंड पिछले कुछ सालों में तेजी से बढ़ा है। क्रिकेट हो या फुटबॉल, लाखों लोग ऑनलाइन बेटिंग ऐप्स के जरिए पैसा लगाने लगे थे। लेकिन इस बढ़ते ट्रेंड के साथ ही सरकार को धोखाधड़ी, मनी लॉन्ड्रिंग और टैक्स चोरी जैसी कई शिकायतें भी मिलने लगीं। इसी वजह से हाल ही में केंद्रीय कैबिनेट ने ऑनलाइन गेमिंग बिल को मंजूरी दी है, जिसका मकसद इन बेटिंग और मनी गेमिंग प्लेटफॉर्म्स को रेग्युलेट करना है।
इस बिल के तहत कई ऐप्स पर सख्त कार्रवाई हुई और उन्हें भारत में बैन कर दिया गया। आइए जानते हैं उन 10 बड़े बेटिंग ऐप्स के बारे में, जिन्हें अब आप भारत में इस्तेमाल नहीं कर सकते।
1. Betway
Betway दुनिया के सबसे लोकप्रिय स्पोर्ट्स बेटिंग प्लेटफॉर्म्स में से एक रहा है। क्रिकेट और फुटबॉल मैचों पर लाइव बेटिंग के चलते यह भारतीय यूज़र्स के बीच काफी फेमस हुआ। लेकिन भारत में यह ऐप बिना लाइसेंस के ऑपरेट कर रहा था, जिसकी वजह से इसे बैन कर दिया गया।
2. AndarBahar Poker
यह ऐप खासतौर पर भारतीय कार्ड गेम्स जैसे अंदर-बाहर और पोकर पर फोकस करता था। यूज़र्स को अपने ही पारंपरिक खेलों में बेटिंग करने का मौका देता था। लेकिन कानूनी परमिशन के बिना जुए को बढ़ावा देने के चलते इसे बैन कर दिया गया।
3. Melbet
Melbet ऐप अपने लाइव बेटिंग ऑप्शंस, हाई ऑड्स और ऑनलाइन कैसिनो गेम्स की वजह से फेमस हुआ। भारत में इसने तेजी से लोकप्रियता हासिल की, लेकिन समस्या यह थी कि इसने भारतीय ऑनलाइन जुआ और टैक्स कानूनों का पालन नहीं किया। इसी वजह से सरकार ने इसे बैन करने का फैसला लिया।
4. Silver Luck
Silver Luck ऐप को लेकर सबसे बड़ी चिंता यूज़र डेटा की सुरक्षा थी। इस ऐप पर बिना किसी नियमन के यूज़र्स से पैसा लिया जाता था और न तो उनके डेटा की सुरक्षा की गारंटी थी, न ही जीत की रकम का भरोसा। इस वजह से इसे भारत में प्रतिबंधित कर दिया गया।
5. Big Winner
Big Winner ऐप लोगों को तेज़ और बड़े इनामों का लालच देकर अपनी ओर खींचता था। लेकिन रिपोर्ट्स के मुताबिक यह ऐप मनी लॉन्ड्रिंग में शामिल था और फाइनेंशियल रेग्युलेशंस को फॉलो नहीं करता था। यही कारण रहा कि भारत में इसका ऑपरेशन पूरी तरह रोक दिया गया।
6. Zodiac Casino
Zodiac Casino एक मशहूर इंटरनेशनल ऑनलाइन प्लेटफॉर्म है, जो खासतौर पर ऑनलाइन स्लॉट्स और कैसिनो गेम्स के लिए जाना जाता है। लेकिन भारतीय कानून के हिसाब से इसने लोकल गैंबलिंग रेग्युलेटर्स के नियमों का पालन नहीं किया। इसलिए इसे भी बैन कर दिया गया।
7. Betfair Live Line
Betfair Live Line ऐप पर स्पोर्ट्स बेटिंग के लिए रीयल-टाइम अपडेट्स और ऑड्स मिलते थे। लेकिन बिना किसी सरकारी अनुमति और लाइसेंस के ऑपरेट करने की वजह से भारत में इसे चलाने पर रोक लगा दी गई।
8. Live Blackjack
Live Blackjack ऐप यूज़र्स को ब्लैकजैक और कैसिनो गेम्स पर दांव लगाने का मौका देता था। लेकिन इसने न तो किसी तरह का जुआ रोकथाम मैकेनिज्म लागू किया और न ही कानूनी नियमों का पालन किया। इसलिए भारत में इसे भी बैन कर दिया गया।
9. Betstamp
Betstamp सीधे तौर पर बेटिंग प्लेटफॉर्म नहीं था, बल्कि यह अनलाइसेंस्ड बेटिंग ऐप्स तक यूज़र्स को पहुंच दिलाने का जरिया था। यानी यह खुद अवैध बेटिंग सिस्टम का हिस्सा बन गया था। इसी कारण सरकार ने इसे भी ब्लॉक कर दिया।
10. 1xbet
भारत में ऑनलाइन बेटिंग को लेकर कोई स्पष्ट और सख़्त केंद्रीय नियम नहीं हैं। इसी वजह से यह एक ग्रे एरिया बना हुआ है। कानूनी दृष्टि से 1xbet जैसी साइट्स न तो पूरी तरह से रेगुलेटेड हैं और न ही पूरी तरह से बैन। यही कारण है कि भारत में कई यूज़र इन प्लेटफ़ॉर्म्स तक आसानी से पहुँच पाते हैं और उनका इस्तेमाल करते हैं।
क्यों हुए ये ऐप्स बैन?
इन सभी ऐप्स का कॉमन पॉइंट यही था कि ये भारत में किसी भी आधिकारिक लाइसेंस और रेग्युलेशन के बिना काम कर रहे थे। न सिर्फ लोगों के पैसे डूबने का खतरा था, बल्कि डेटा चोरी और मनी लॉन्ड्रिंग जैसी गंभीर समस्याएं भी पैदा हो रही थीं।
यही वजह है कि सरकार ने इन ऐप्स को बैन कर दिया और ऑनलाइन गेमिंग बिल के जरिए इस पूरे सेक्टर को कंट्रोल करने की पहल की।