OnePlus 165hz display testing | क्या वनप्लस ला रहा है अब तक का सबसे स्मूद डिस्प्ले? 165Hz रिफ्रेश रेट की टेस्टिंग शुरू

OnePlus 165hz display testing: वनप्लस अपने स्मार्टफोन्स की परफॉर्मेंस और डिस्प्ले क्वालिटी के लिए हमेशा से जाना जाता है। लेकिन इस बार कंपनी कुछ ऐसा करने की तैयारी में है, जो उसने पहले कभी नहीं किया — 165Hz रिफ्रेश रेट वाला डिस्प्ले! चीन से आई ताज़ा रिपोर्ट के मुताबिक, OnePlus अपने आने वाले फोन्स में इस हाई रिफ्रेश रेट को टेस्ट कर रहा है।

OnePlus 165hz display testing | क्या वनप्लस ला रहा है अब तक का सबसे स्मूद डिस्प्ले? 165Hz रिफ्रेश रेट की टेस्टिंग शुरू
OnePlus 165hz display testing

सबसे दिलचस्प बात ये है कि कंपनी इस फीचर को अपने फ्लैगशिप के बजाय पहले एक मिड-रेंज डिवाइस में लाने वाली है। यानी OnePlus का कोई मिड-रेंज फोन 165Hz पैनल का पहला मालिक बनेगा, और उसके बाद शायद फ्लैगशिप सीरीज में भी ये फीचर शामिल किया जाएगा।

165Hz रिफ्रेश रेट होगा कितना बड़ा अपग्रेड?

अभी तक OnePlus के स्मार्टफोन्स में 120Hz तक का रिफ्रेश रेट देखने को मिलता था, जो पहले से ही काफी स्मूद और रेस्पॉन्सिव अनुभव देता है। लेकिन 165Hz इसे एक नए लेवल पर ले जाएगा। इसका मतलब है स्क्रॉलिंग और एनिमेशन और भी ज्यादा फ्लूइड, गेमिंग में रिस्पॉन्स टाइम तेज़, और ओवरऑल यूजर इंटरफेस बेहद स्मूद।
165Hz डिस्प्ले का फायदा उन यूज़र्स को सबसे ज्यादा होगा जो गेमिंग में प्रोफेशनल लेवल पर परफॉर्मेंस चाहते हैं या फिर जो अपने फोन में हर एक मूवमेंट को अल्ट्रा स्मूद देखना पसंद करते हैं।

1.5K रेज़ॉल्यूशन के साथ तगड़ा कॉम्बिनेशन

रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि इस डिस्प्ले का रेज़ॉल्यूशन “1.5K” होगा। यह 1080p से बेहतर और 2K से थोड़ा कम है — यानी बैलेंस्ड विजुअल क्वालिटी और पावर एफिशिएंसी। इससे बैटरी पर ज्यादा लोड नहीं पड़ेगा और फिर भी स्क्रीन काफी शार्प और क्रिस्प दिखेगी।
दिलचस्प बात यह है कि आने वाले OnePlus 15 के बारे में पहले से अफवाहें हैं कि उसमें रेज़ॉल्यूशन थोड़ा डाउनग्रेड किया जाएगा। ऐसे में हो सकता है कि कंपनी हाई रिफ्रेश रेट लाकर उस कमी को कवर करने की कोशिश कर रही हो।

गेमिंग में 165Hz का असली फायदा?

यहीं पर कहानी थोड़ी पेचीदा हो जाती है। अभी के समय में OnePlus के सॉफ्टवेयर — चाहे वो ColorOS हो, OxygenOS हो या Realme UI — हाई रिफ्रेश रेट गेमिंग के मामले में खास दोस्ताना नहीं हैं। उदाहरण के लिए, OnePlus 13 पर हमारे टेस्ट में कोई भी गेम 60fps से ऊपर नहीं चला, भले ही हार्डवेयर उससे ज्यादा देने में सक्षम था।
तो सवाल उठता है कि अगर गेमिंग में 165Hz का फायदा नहीं मिलेगा, तो इसे लाने का असली मकसद क्या है? हो सकता है कि कंपनी सिर्फ स्पेक शीट पर एक “बड़ा और आकर्षक नंबर” दिखाना चाहती हो, जो मार्केटिंग में मदद करे।

120Hz vs 165Hz — क्या फर्क होगा महसूस?

टेक एक्सपर्ट्स के मुताबिक, नॉर्मल यूसेज में 120Hz और 165Hz के बीच का फर्क बहुत ज्यादा महसूस नहीं होता। हां, अगर आप हाई-फ्रेम-रेट सपोर्ट करने वाले गेम्स खेलते हैं या बेहद ध्यान से स्क्रीन मूवमेंट देखते हैं, तो आपको यह स्मूदनेस नोटिस हो सकती है। लेकिन रोज़मर्रा के काम जैसे सोशल मीडिया स्क्रॉल, मैसेजिंग या ब्राउज़िंग में यह डिफरेंस बहुत कम होगा।

क्यों हो सकता है यह बदलाव OnePlus के लिए गेम-चेंजर

भले ही प्रैक्टिकल बेनिफिट्स सीमित हों, लेकिन यह अपग्रेड OnePlus के लिए एक इमेज बिल्डिंग मूव साबित हो सकता है। मार्केट में जब दूसरे ब्रांड हाई-रिफ्रेश रेट डिस्प्ले को अपने प्रीमियम मॉडल में रखते हैं, OnePlus अगर इसे मिड-रेंज में देता है तो यह एक मजबूत सेलिंग पॉइंट बन सकता है।
इसके अलावा, टेक-सेवी यूज़र्स और हार्डकोर गेमर्स के लिए यह एक ऐसा फीचर है, जो उन्हें दूसरे ब्रांड्स के बजाय OnePlus चुनने के लिए मोटिवेट कर सकता है।

आने वाले दिनों में खुलेंगे राज़

फिलहाल यह सिर्फ टेस्टिंग फेज में है और कंपनी ने आधिकारिक तौर पर कोई कन्फर्मेशन नहीं दी है। लेकिन अगर अफवाहें सच साबित होती हैं, तो OnePlus 165Hz रिफ्रेश रेट वाले डिस्प्ले के साथ एक नया स्टैंडर्ड सेट कर सकता है — और शायद आने वाले समय में सॉफ्टवेयर ऑप्टिमाइजेशन के जरिए इसका पूरा फायदा भी दे सके।

आने वाले हफ्तों में उम्मीद है कि इस डिवाइस और इसके लॉन्च टाइमलाइन के बारे में और भी जानकारी सामने आएगी। तब तक, टेक लवर्स के लिए यह एक ऐसी खबर है जिस पर नज़र बनाए रखना जरूरी है।

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