Virat kohli : क्रिकेट की दुनिया में अगर कोई नाम सबसे ऊपर चमकता है, तो वो है वीराट कोहली। एक ऐसा खिलाड़ी, जिसने अपनी बल्लेबाजी से रिकॉर्ड्स की झड़ी लगा दी और अपने जुनून से करोड़ों दिल जीत लिए। लेकिन वीराट सिर्फ एक क्रिकेटर नहीं हैं वो एक मिसाल हैं, मेहनत की, लगन की, और कभी हार न मानने की। आज हम उनकी जिंदगी, करियर, और कुछ अनसुने पहलुओं पर नजर डालेंगे, जो उन्हें बाकियों से अलग बनाते हैं।
शुरुआत दिल्ली का लड़का, बड़े सपने
18 नवंबर 1988 को दिल्ली में जन्मे वीराट कोहली की कहानी किसी फिल्म से कम नहीं। उनके पिता प्रेम कोहली एक वकील थे और माँ सरोज कोहली हाउसवाइफ। बचपन से ही वीराट को क्रिकेट का कीड़ा काट गया था। 9 साल की उम्र में उन्होंने वेस्ट दिल्ली क्रिकेट अकादमी जॉइन की, और वहाँ से उनकी जिंदगी का रुख बदल गया। कोच राजकुमार शर्मा ने उनकी प्रतिभा को पहचाना और तराशा। लेकिन जिंदगी ने उनकी परीक्षा भी ली—2006 में जब वो दिल्ली के लिए रणजी खेल रहे थे, तब उनके पिता का निधन हो गया। फिर भी, वीराट ने हिम्मत नहीं हारी और अगले दिन मैदान पर उतरकर 90 रन की पारी खेली। ये वो पल था, जब सबको पता चल गया कि ये लड़का कुछ बड़ा करने वाला है।
अंडर-19 से टीम इंडिया तक
2008 में वीराट ने इंडिया की अंडर-19 टीम को वर्ल्ड कप जिताया, और यहीं से उनका नाम गूंजने लगा। उसी साल उन्हें श्रीलंका के खिलाफ वनडे डेब्यू का मौका मिला। पहली पारी में 12 रन बनाकर आउट हुए, लेकिन जल्द ही उन्होंने अपनी चमक दिखाई। 2011 में वर्ल्ड कप जीतने वाली टीम का हिस्सा बने, और फिर पीछे मुड़कर नहीं देखा। टेस्ट डेब्यू 2011 में वेस्टइंडीज के खिलाफ हुआ, और धीरे-धीरे वो हर फॉर्मेट में छा गए।
रिकॉर्ड्स का शहंशाह
वीराट कोहली का बल्ला जब चलता है, तो गेंदबाजों की नींद उड़ जाती है। उनके नाम ढेर सारे रिकॉर्ड्स हैं, जिनमें से कुछ तो हैरान करने वाले हैं:
* सबसे तेज 10,000 वनडे रन*: सचिन तेंदुलकर को पीछे छोड़ते हुए वीराट ने ये कारनामा सिर्फ 205 पारियों में किया।
* 71 इंटरनेशनल सेंचुरी*: नवंबर 2022 तक उनके नाम इतनी सेंचुरी थीं, और अभी उनकी पारी खत्म नहीं हुई।
* वनडे में सबसे ज्यादा सेंचुरी*: 50 सेंचुरी के साथ वो इस मामले में नंबर वन हैं।
उनका चेज करना तो ऐसा है जैसे कोई बच्चा अपने पसंदीदा खेल में मस्त हो जाए। 350 से ज्यादा रन के टारगेट को भी वो आसानी से हासिल कर लेते हैं, इसलिए उन्हें “चेज मास्टर” कहा जाता है।
कप्तानी और स्टाइल
2013 में वीराट को वनडे टीम की कमान मिली, और 2017 में वो टेस्ट कप्तान बने। उनकी कप्तानी में भारत ने ऑस्ट्रेलिया में टेस्ट सीरीज जीती—ऐसा पहली बार हुआ था। उनका अग्रेसिव अंदाज मैदान पर साफ दिखता है। वो हार मानने वालों में से नहीं हैं—चाहे गेंदबाज हों या मुश्किल हालात, वीराट लड़ते हैं। लेकिन मैदान के बाहर वो एकदम अलग हैं—फिटनेस फ्रीक, फैमिली मैन, और थोड़े शरारती भी।
Virat kohli के पर्सनल लाइफ में अनुष्का और वामिका और अकाय
2017 में वीराट ने बॉलीवुड स्टार अनुष्का शर्मा से शादी की, और ये जोड़ी “विरुष्का” के नाम से मशहूर हो गई। 2021 में उनकी बेटी वामिका का जन्म हुआ। वीराट अक्सर कहते हैं कि अनुष्का ने उन्हें जिंदगी का नया नजरिया दिया। हार के बाद भी वो उन्हें संभालती हैं, और जीत में साथ खड़ी रहती हैं।
फिटनेस का जुनून
वीराट को देखकर लगता है कि वो क्रिकेटर कम, फिटनेस गुरु ज्यादा हैं। चीज़बर्गर और देसी खाने का शौक रखने वाला ये लड़का 2012 के बाद फिटनेस का दीवाना बन गया। जिम, डाइट, और डिसिप्लिन—उन्होंने सब कुछ बदल दिया। आज उनकी फिटनेस युवाओं के लिए मिसाल है।
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एक इंसान के तौर पर वीराट
वीराट सिर्फ रन बनाने की मशीन नहीं हैं। वो अपनी वीराट कोहली फाउंडेशन के जरिए बच्चों की मदद करते हैं। मैदान पर भले ही वो गुस्सैल दिखें, लेकिन असल जिंदगी में वो दोस्तों और फैन्स से बड़े प्यार से मिलते हैं। उनकी सादगी और मेहनत उन्हें खास बनाती है।
तो ये था वीराट कोहली का सफर दिल्ली के लड़के से लेकर क्रिकेट के किंग तक। उनकी कहानी हमें सिखाती है कि सपने बड़े हों तो मेहनत भी बड़ी करनी पड़ती है। आपको वीराट की कौन सी बात सबसे ज्यादा पसंद है? कमेंट में बताइए, और अगर आपको ये ब्लॉग अच्छा लगा, तो अपने दोस्तों के साथ शेयर करना न भूलें